बहादुरगढ में विकास कार्यों के नाम पर जमकर घोटाले हो रहे हैं। यहां एनसीआर बोर्ड के तहत पेयजल पाईपलाईन और बूस्टर स्टेशन के लिये करीब सवा तीन करोड रूपये अलॉट हुए थे जिसमें जमकर धांधली हुई। इलाकों के लोगों की शिकायत पर इस मामले की विजिलेंस जांच की जा रही है जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। बहादुरगढ में विकास कार्यों के नाम पर सरकार को जमकर चूना लगाया जा रहा है। नया घोटाला है वार्ड 13 में पेयजल पाईप लाईन का। यहां एनसीआर बोर्ड के तहत पेयजल पाईपलाईन और बूस्टर स्टेशन के लिये तीन करोड़ 17 लाख रूपये आये थे। इस पैसे से गलियों में 6, 8 और 10 ईंची पाईप दबाई जानी थी। लेकिन दबाई गई केवल चार ईंची की पाईपें ही। लोगों की शिकायत के बाद इस घोटाले की विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। शुरूआती जांच में विजिलेंस ने आठ की जगह चार ईंची पाईप दबी हुई पाई हैं। विजिलेंस की टीम ने गलियों में दबी पाईप लाईन के साथ बूस्टर पम्प और मशीनरी के साथ रिकार्ड की भी जांच की है। हालांकि लोगों ने इस मामले की शिकायत पहले ही विभाग से जुडे आला अधिकारियों को कर दी थी लेकिन हैरानी इस बात को लेकर भी है कि इस प्रोजेक्टु के लिए जो राशि अलॉट की गई थी विभाग ने काम पूरा ना होने के बावजूद उसका खर्च करोंडो रूपये ज्यादा दिखा दिया है। ऐसे में ठेकेदारों की इस कारगुजारी का खामियाजा यहां रहने वाले लोगों को भुगतना पड रहा है, क्योंकि यहां पैसा तो पानी की तरह बह रहा है लेकिन पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है।