तीन बार गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद न्यायपालिका और सरकार को खुली चुनौती देने वाले रामपाल दास को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया। करीब 15 दिन तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच रामपाल दास बरवाला स्थित सतलोक आश्रम में अपने हजारों समर्थकों को ढाल बनाकर छिपा रहा।
दरअसल हत्या के एक मामले में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने रामपाल दास को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया। लेकिन संत रामपाल कोर्ट को ढेंगा दिखाते हुए कोर्ट में पेश नहीं हुए। बावजूद तीन बार कोर्ट के बुलाने पर भी नहीं पहुंचे तो कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी कर दिये। जिसके बाद हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ ने बरवाला स्थित सतलोक आश्रम के बाहर घेराबंदी कर दी और आश्रम में घुसने के लिए भी पूरी कोशिश की। लेकिन संत के ज्यादा समर्थकों के होने के चलते पुलिस भी अपने हाथ पीछे खींचती रही।
मंगलवार को पुलिस और संत समर्थकों के बीच ठन गई और पुलिस ने संत समर्थकों पर धावा बोल दिया। जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर आश्रम की तरफ कूच कर दिया और आश्रम के बाहर बैठे संत समर्थकों को खदेड़ दिया। मंगलवार रात को करीब तीन बजे पुलिस ने आश्रम में मौजूद करीब 10 हजार समर्थकों को बाहर निकालने में कामयाब रही। आश्रम से बाहर आए रामपाल दास के समर्थकों ने आश्रम प्रबंधन पर जबरन रोकने का भी आरोप लगाया। वहीं बुधवार को पुलिस ने कार्रवाई तेज करते हुए एक के बाद एक करके रामपाल दास के नजदीकियों की गिरफ्तारी शुरु कर दी और आखिरकार पुलिस ने आश्रम पर धावा बोल दिया और आश्रम में छिपे रामपाल दास को गिरफ्तार कर लिया।