आज देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल की पुण्यतिथि है। गुजराल देश के बारहवें प्रधामंत्री के रूप में कुर्सी पर बैठे थे और आज ही के दिन यानि 30 नवंबर 2012 को वे इस दुनिया से चले गए।
इंद्र कुमार गुजराल, एक नेता, पत्रकार, देशभक्त और भारत के 12वेंप्रधानमंत्री थे। इनका जन्म 4 दिसंबर 1919 को अविभाजित पंजाब के झेलम नामक स्थान पर हुआ। देशभक्ति का जुनून इनमें बचपन से ही था और लाहौर की कॉलेज लाइफ में राजनीति के भी बीज अंकुरित होने लगे। ये वो दौर था जब समूचा भारत अपने वजूद की लड़ाई लड़ रहा था। देश की आजादी के लिए संघर्ष कर रहे गुजराल को 1931 में ब्रिटिश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तो वहीं 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में इन्हे जेल की भी हवा खानी पड़ी।
इनका राजनीतिक सफर भी काफी संघर्ष भरा रहा। अपने राजनीतिक जीवन में इन्होंने संचार और संसदीय कार्य मंत्री, सूचना और प्रसारण मंत्री और विदेश मंत्री जैसे कई अहम पदों पर भी अपनी सेवाएं दी। एक ऐसा भी दौर आया जब कांग्रेस के साथ लम्बा सफर तय करने वाले गुजराल को कांग्रेस से उपेक्षा के भी दिन देखने पड़े । कुछ समय बाद गुजराल ने कांग्रेस छोड़ दी और जनता पार्टी का दामन थाम लिया। उसी दौर में वे देश के प्रधानमंत्री बने। इन्द्र कुमार गुजराल 21 अप्रैल, 1997 से 19 मार्च, 1998 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
19 नवंबर 2012 को फेफड़ों में दर्द की शिकायत को लेकर इन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में लाया गया। जहां 30 नवम्बर के दिन गुजराल हमसे काफी दूर चले गए। इनके प्रधानमंत्री काल में हुए विदेशी संबंध सुधारने के प्रयास, आर्थिक विकास को लेकर किए फैसले और उनकी इमानदार छवि आज भी उनकी याद ताजा कर देती है।