प्रदेशभर में यूरिया खाद की किल्लत बरकरार है। जिसकी वजह से किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि खाद विक्रेता उनसे खाद के लागत मूल्य से ज्यादा पैसा वसूल रहे हैं। इसीलिए प्रदेश में खाद ना मिलने पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। शनिवार को भी रतिया, हांसी समेत कई जगहों पर किसानों ने जाम लगाए और धरने- प्रदर्शन किए। रतिया में यूरिया खाद ना मिलने से नाराज किसानों ने स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और किसानों को जांच का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।

इधर, हांसी में किसानों का कहना है कि खाद विक्रेता किसानों से खाद के ज्यादा पैसे वसूल रहे है। वहीं कृषि अधिकारी ने बताया कि खाद की कोई कमी नहीं है। जल्द ही किसानों को खाद उपलब्ध करवा दी जाएगी। गोहाना में खाद ना मिलने से किसानों ने पुरानी अनाज मंडी की सोसाइटी में ताला जड़ दिया। किसानों का आरोप है कि वो खाद के लिए पिछले एक हफ्ते से सोसायटी के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन अब तक उन्हें खाद नहीं मिला जिससे गुस्साए किसानों ने सोसायटी पर ताला जड़ दिया।

कृषि विभाग की टीम ने बरवाला के भैणी बादशाहपुर गांव की एक दुकान पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान टीम ने 200 बैग यूरिया के बरामद किये। एसडीओ ने बताया कि खाद का स्टॉक करने के आरोप में दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। उधर. बल्लभगढ़ में शनिवार को किसानों को खाद की पर्चियां बांटी गई। किसानों का कहना है कि उनकों पिछले दो दिनों से खाद देने के लिए बुलाया जा रहा है लेकिन उन्हें अब तक खाद उपलब्ध नहीं करवाया गया।

कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में यूरिया खाद की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद भी किसानों को खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। वहीं दूसरी ओर खाद विक्रेताओं ने खाद को पहले से ही स्टॉक किया हुआ है। वे अब किसानों से मनमर्जी के दाम वसूल रहे हैं। जिसके कारण लाख दावों के बावजूद प्रदेश में खाद को लेकर घमासान जारी है।

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