कलायतः ऋषि मार्केंडेय की जन्मभूमी कहे जाने वाला मटौर गांव मूलभूत सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है । सरकार और प्रशासन की बेरुखी की मार झेल रहे इस गांव की गलियां नाले का रूप ले चुकी है क्योंकि नालियों की उचित व्यवस्था न होने की वजह से गंदा पानी गलियों में बहता है। जिसकी वजह से साल भर ग्रामीण कीचड़ से ही गुजरने को मजबूर हैं। गांव वालों का कहना है कि इस बारे में वे केन्द्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह से मुलाकात कर अपनी समस्या रखेंगे।