प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा ने कहा है कि बावल जमीन अधिग्रहण रद्द करने के मामले में खट्टर सरकार ने जल्दबाजी की है। क्योंकि अधिग्रहण रद्द करने से प्रदेश का नुकसान ही होगा।
साथ ही भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा है कि अगर सरकार को जल्दबाजी करनी ही है। तो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने में करे। हुड्डा ने आरोप लगाया कि प्रदेश की बीजेपी सरकार किसानों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। यही वजह है कि प्रदेश के किसान खाद और बीजों के भटक रहे हैं।