रोहतक में मानवता को शर्मसार करने वाले एक मामले पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुमन दहिया ने पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की। मामला दिसंबर 2013 का है। जब रुड़की गांव में एक कलयुगी चाचा ने मंदबुद्धि लड़की को अपनी हवस का शिकार बना डाला। मामले का खुलासा तब हुआ जब लड़की गर्भवती हो गई। ऐसे में अब परिवारवालों के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है, लड़की के गर्भपात की। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले पर सुमन दहिया ने रोहतक पीजीआई से पीड़िता का फ्री ईलाज करवाने की बात कही है।

सुमन दहिया का कहना है कि पीड़िता का मंदबुद्धि होने का प्रमाण पत्र न होने की वजह से कार्रवाई होने में देरी हो रही है।काउंसलिंग के बाद दोबारा पीड़िता के बयान हो पाए हैं। सुमन दहिया ने बताया कि मंदबुद्धि होने के प्रमाण पत्र केबाद ही कोर्ट से गर्भपात की अनुमति के लिए अपील करनी होगी। अगर कोर्ट 6 माह के बच्चे के गर्भपात की अनुमति नहीं देता है, तो बच्चे की परवरिश का जिम्मा आरोपी का ही बनता है।

 

 

 

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