निर्मल गांव के बारे में सोचते ही एक साफ सुथरे और सुविधाओं से युक्त गांव की तस्वीर जहन में आ जाती है। लेकिन हरियाणा का एक गांव सिर्फ कागजों पर ही निर्मल है,, उसकी असल तस्वीर कुछ और ही है। निर्मल गांव की कल्पना देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने की थी। निर्मल यानि ऐसा गांव जो स्वच्छ हो और जहां सभी तरह की सुविधाएं हों। लेकिन शाहबाद के पीपली गांव की तस्वीर तो हैरान कर देने वाली है। पीपली गांव कहने को तो निर्मल गांव है लेकिन वो आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। देखिए तो सही,, असलियत के धरातल पर है कैसी है,, एक निर्मल गांव की तस्वीर। जगह-जगह गंदगी का ढेर,, सड़क पर गड्ढे और चारो तरफ जमा पानी। आलम ये है कि कभी साफ सुथरा रहने वाले पीपली के लोग आज बेहद परेशान हैं। लोगों को गांव से निकलने में जहां परेशानी होती है,, वहीं बच्चों के गड्ढों में गिरने का खतरा बना रहता है। गांव में गंदगी का आलम ये है कि बीमारियों का डर भी बना रहता है। ऐसे में लोगों की यही मांग है कि जल्द से जल्द गांव की समस्याओं को दूर किया जाए। जब इस समस्या को लेकर हमने डीसी साहब से बात की तो उन्होनें जल्द ही गांव की बदहाली को दूर करने का आश्वासन दिया। फिलहाल डीसी साहब के आश्वासन के बाद अब उम्मीद जगी है कि देश के निर्मल गांवों में शामिल शाहबाद के पीपली को उसका हक जरूर मिलेगा। लेकिन सवाल ये है कि प्रशासन ऐसी नौबत आने क्यों देता है।
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नम्बर वन हरियाणा में एक गाँव ऐसा भी है जो देश के निर्मल गांवो की सूची में है , लेकिन इस गाँव की जमीनी हकीकत आप के सामने है , कभी निर्मल पुरस्कार पाने वाले गाँव पिपली अब अनिर्मलता के घेरे में है , कुरुक्षेत्र जिले में लाडवा विधान सभा का कुरुक्षेत्र शहर से सटा हुआ गाँव पिपली कभी निर्मल गाँव बन कर चर्चा में रहा था , लेकिन आज यही गाँव गंदगी वाले गाँव के नाम से जाना जाता है ,
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स्वच्छ गाँव निर्मल गाँव , सरकार प्रसाशन एक बार निर्मल गाँव की सूची में आने के लिए गाँव को पेरिस बना देता है और गाँव निर्मल हो जाता है , बड़े बड़े पुरस्कार पाते है चर्चा में रहते है , स्वच्छ स्वस्थ गाँव निर्मल की बड़ी बड़ी बाते होती है , निर्मल गाँव के सरपंच दुसरो को जागरूक करने की मुहीम में अग्रणीय रहते है , लेकिन समय बीतने के साथ साथ यही निर्मल गाँव किस पल अनिर्मल बन गये पता भी नहीं चलता , देखते देखते निर्मलता का लबादा ओढने वाले गाँव अनिर्मल के ढेर पर गंदगी के आलम में समा जाते है ,
ऐसे ही गाँव की कहानी है गाँव पिपली की
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लाडवा विधानसभा का गाँव पिपली नॅशनल हाई वे नम्बर एक पर बसा हुआ है , और कुरुक्षेत्र महाभारत की भूमि के प्रवेश मार्ग पर स्तिथि है , अप्रेल 2012 में निर्मल ग्राम होने का दर्जा पाने वाला गाँव पिपली आज गंदगी से भरा पड़ा है , गाँव की गलियों में गंदगी के ढेर लगे हुए है , गन्दा पानी गलियों में बहा रहा है , नालिया पोलोथिन से भरी पड़ी है , लोगो के घरो के आस पास गंदगी के ढेर लगे हुये है , लोगो का जीना बेहाल है , गाँव में करीब चार फुट गहरे नाले खुले पड़े है , गंदा पानी गलियों में फैल रहा है , गलियों के बीचो बिच नाले खुले पड़े है ,यह आलम है उस गाँव का जो एक साल पहले निर्मल होने का दर्जा पा चूका था , और रंगा रंग कार्यक्रमों में पुरस्कार पा कर फुला नहीं समा रहा था
अब ग्रामीण इस अनिर्मल गाँव से इतना परेशान हैं की वह चाहते है उनका गाँव नगर पालिका के तहत आ जाए ,
BYTE-1-राजरानी – ग्रामीण
BYTE-2-सतपाल -ग्रामीण
BYTE-3-भगवान दास – ग्रामीण
BYTE-4-मंगत राम -ग्रामीण
BYTE-5-यश गर्ग – ADC- कुरुक्षेत्र
PTC IN LAST FILE –रणदीप रोड ऐ वन तहलका हरियाणा
REPORTER – RANDEEP ROR