फर्जी तरह से गाड़ी पर लाल और नीली बत्ती लगा धौंस जमाने वालों की अब खैर नहीं है। राज्य का परिवहन विभाग इस तरह के लोगों पर नकेल कसने के लिए संजीदा हो गया है। चौदह अप्रैल तक विभाग एक विशेष अभियान चला रहा है, माना जा रहा है , इस दौरान बिना परमीशिन वाहनों पर लाल और नीली बत्ती लगा घूमने वालों के जमकर चालान कटेंगे। हरियाणा ही नहीं बल्कि पुरे देश में लालबत्ती व गनमैन रखना स्टेटस सिंबल बन चुका है. अकेले हरियाणा में सैकड़ों ऐसे वाहन हैं जिन पर अवैध तौर पर लाल और नीली बत्तियां लगी हुई हैं. प्रदेश के परिवहन विभाग ने इसी मुद्दे पर चौदह दिन की एक स्पेशल ड्राइव शुरू की है. इसके तहत बिना अनुमति लाल या नीली बत्ती लगाने वाले लोगों के चालान किये जायेंगे. राज्य की परिवहन आयुक्त सुमिता मिश्रा ने बताया की जिलों में परिवहन अधिकारियों को निर्देश भेजे जा रहे हैं। करीब आठ बरस के इंतजार के बाद हाल ही में प्रदेश में निगमों और बोर्डों के चेयरमैन बनने वाले नेता अपनी गाड़ी पर लालबत्ती नहीं लगा सकेंगे। राज्य के नियमों के मुताबिक ये लोग लालबत्ती के लिए अधिकृत नहीं है। सुमिता मिश्रा के मुताबिक़ 2006 में जारी हुए नोटिफिकेशन में कई बार संशोधन हो चुके हैं. राज्य में नये बनने वाले आयोग या नई नियुक्तियों पर जब भी सरकार लाल बत्ती की अनुमति देती है तो इन अधिसूचना को संशोधित किया जाता है. राज्य में पिछले दिनों में 13 चेयरमैन बनाए गए हैं जिनमें कई वर्तमान व पूर्व विधायक शामिल हैं। ये सभी खुद को दूसरों से कुछ ऊंचा दिखाने के लिए गाड़ी पर लालबत्ती लगाने की चाह रखते हैं। इन्हें लाल बत्ती मिलेगी या नहीं अभी इस बारे में परिवहन विभाग ने कोई निर्णय नहीं लिया है। गौरतलब है की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उनके बेटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी कई बार कह चुके हैं कि नेताओं को लालबत्ती व चमक-धमक से परहेज करना चाहिए। उनके नेता इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते।