करनाल के लोगो ने अब कन्याओं को सम्मान देना सीख लिया है, यही वजह है कि जिले में लिंगानुपात जो पिछले साल 847 था अब बढ़कर 900 के पार पहुंच गया है। कन्याओं की इस बढ़ोतरी के पीछे जिला प्रशासन के बेटी बचाओ अभियान का योगदान भी कम नहीं है। पिछले साल सूबे के मुख्यमंत्री ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए बेटी बचाओ रथ यात्रा को हरी झंडी दिखा कर भी रवाना किया था। वहीं जिला उपायुक्त रेनू एस फुलिया का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की सांझी मुहिम की वजह से ही करीब 6 महीने बाद लडकियों की संख्या में बढ़ोतरी होनी शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ रथ यात्रा के तहत गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। वही जिला की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वंदना भाटिया ने कहा कि अगर इसी रफ़्तार से लिंगानुपात में बढ़ोतरी होती रही तो जल्द ही जिले में लिंगानुपात बराबर हो जाएगा। कहना होगा कि जिला प्रशासन की इस मुहिम के चलते लिंगानुपात में हुई बढ़ोतरी से प्रदेश के अन्य जिलों में कन्याओं का सम्मान करने, दुष्कर्म और कन्या भ्रूण हत्या जैसी कई सामाजिक बुराईयों को रोकने की सीख मिलेगी।