गर्मी कहर बरपा रही है, मई के महीने में ही आसमान से आग बरसना शुरु हो गई है, हरियाणा समेत समूचा उत्तर भारत उबल रहा है, फसलें झुलस रही हैं और किसानों के माथे पर बल पड़ गए हैं। भिवानी में भी कुछ ऐसे ही हालात है. सूरज की तपिश कपास की फसल को झुलसा रही है. नहरी पानी की कमी होने की वजह से फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। कृषि वैज्ञानिक भी कहते हैं कि गर्मी की वजह से फसलों में रोग लग सकते हैं, फसल को रोग से बचाने के लिए दवाओं का छिड़काव किया जाना चाहिए जबकि पौधों को मुरझाने और जलने से बचाने के लिए सिंचाई की जानी चाहिए। गर्मी अपने सबाब पर है, फसल जल रही है और किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। मोटी रकम खर्च कर, मेहनत कर फसल उगाई लेकिन अब गर्मी का कहर उम्मीदों पर पानी फेर रहा है।

 

By admin