सोहना के भोंडसी गांव में आठ साल के एक बच्चे ने बहादुरी की मिसाल पेश की है। आठ साल के प्रिंस राघव का आज सुबह अपहरण हो गया था… लेकिन अपहरण के महज दो घंटे बाद ही प्रिंस अपहरणकर्ताओं को चकमा देकर वापिस घर आ गया। उम्र महज आठ साल… लेकिन बहादुरी की जितनी दाद दी जाए वो कम है… अभी तक अपनी उम्र के दूसरे पड़ाव पर पहुंचे प्रिंस राघव ने भी कुछ ऐसी ही बहादुरी वाला काम किया है। दरअसल रविवार सुबह छह बजे के करीब प्रिंस का अपहरण हो गया। प्रिंस जब घर के बाहर खेल रहा था तो चार बदमाशों ने उसे घर के बाहर से किडनैप कर लिया। प्रिंस की मानें तो चारों बदमाश उसे वैन में डालकर फार्म हाउस ले गए और उसे एक कमरे में बंद कर दिया… लेकिन कमरे के दरवाजे में कुंडी ना होने की वजह से वो वहां से भागने में कामयाब हो गया। प्रिंस ने घर पहुंचकर इतना जरुर बताया कि बदमाश पांच लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले थे।  अपनी बेटे की बहादुरी देख मां की आंखें आंसुओं से भर आई। ये खुशी और दुख दोनों के आंसू थे।परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक़ चार बदमाशों में से दो की पहचान हो गई है।

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