हरियाणा के रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ जमीन डील के मामले में आईएएस अशोक खेमका ने अपनी रिपोर्ट हरियाणा सरकार को सौंप दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने गुड़गांव में गलत दस्तावेजों के जरिए जमीन का सौदा किया। खेमका के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा ने दस्तावेजों में हेरफेर किया। इस मामले में रजिस्ट्रेशन एक्ट 82 का उल्लंघन किया गया। इस जमीन मामले में वाड्रा ने 2 माह के भीतर ही 50 करोड़ से ज्यादा का मुनाफा कमाया था। वाड्रा ने यह जमीन डीएलएफ से खरीदी और बाद में यह जमीन उसे ही बेच दी। 100 पन्नोंा की इस रिपोर्ट में जमीन खरीदे सौदे में 7.5 करोड़ के चेक का जिक्र है लेकिन चेक नंबर फर्जी निकला। मामला गुड़गांव के शिकोहपुर में साढ़े तीन एकड़ जमीन का है। ये वही जमीन है जिसके सौदे की जांच करने के बाद आईएएस खेमका ने जमीन की रजिस्ट्री को ही रद्द कर दिया था। हरियाणा सरकार ने इस घपले की जांच करने के लिए तीन सदस्यों वाली एक जांच समिति बनाई थी। गौरतलब है कि इस मामले की जांच करने वाले आईएएस अफसर अशोक खेमका का ट्रांसफर कर दियागया था। जिसके बाद काफी बवाल मचा था। पिछले दो दशक की नौकरी में एक आईएएस अधिकारी का 43 बार तबादला किया गया, जिसमें से 19 बार तबादले का आदेश भूपिंदर सिह हुड्डा के नेतृत्व वाली हरियाणा की मौजूदा कांग्रेस सरकार दे चुकी है।
राबर्ट वाड्रा डीएलएफ जमीन फरोख्त मामले में अब विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। चंडीगढ़ में इनेलो नेता अभय चौटाला ने भी सरकार पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।