“जिसके घऱ मुर्राह उसकी लंबी तुर्रा” हरियाणा सरकार अपने इस नारे को सार्थक करने के लिए…ज्यादा-से-ज्यादा मुर्राह नस्ल की भैंस पालन के लिए प्रदेश में लोगों को जागरुक कर रही है…इसी सिलसिले में जुलाना के करेला गांव में पशुपालन विभाग की ओर से, दूध प्रतियोगिता करवाई गई…इस प्रतियोगिता में करेला गांव के लगभग 20 मुर्राह नस्ल की भैसों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में 16 से 19 किलो ग्राम दूध देने वाली भैंस को प्रथम घोषित किया गया…इसके साथ ही 13 अन्य भैंसों को भी इनाम दिया गया। वहीं इस प्रतियोगिता में अव्वल रहने वाली भैंसों का पशुपालन विभाग की ओर से बीमा भी करवाया गया। इस बीमे में 25 प्रतिशत राशि पशुपालक विभाग देती है…जबकि 75 प्रतिशत राशि सरकार की ओर से दी जाती है। प्रतियोगिता में अव्वल रहने वाली भैंसों के मालिकों को बतौर इनाम के तौर पर नगद राशि भी दी गई। 13 से 16 किलोग्राम दूध देने वाली विजेता को 5 हजार, 16 से 19 किलोग्राम को 10 हजार, 19 से 25 किलोग्राम को 15 हजार और 25 से उपर दूध देने वाली भैंस को 25 हजार रूपये बतौर इनाम गया।

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