आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस है। हर साल 16 नवंबर को मनाया जाने वाला ये दिन स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की मौजूदगी का प्रतीक माना जाता है। इस मौके पर ए-वन तहलका हरियाणा के निदेशक हरविंद्र मलिक ने बताया कि आज मीडिया को अपनी जिम्मेदारी समझने की जरूरत है। वहीं उन्होंने कहा कि आज के दिन मीडियाकर्मियों को एक प्रण लेना चाहिए कि वो कुछ भी करें तो एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए करें। आइए दिखाते हैं एक रिपोर्ट

सबसे पहले ये दिन प्रेस परिषद की ओर से 4 जुलाई 1966 को मनाया गया था। जिसके बाद हर साल ये 16 नवंबर को मनाया जाने लगा। इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा, और पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करना है।

वैसे तो मीडिया को ‘समाज का दर्पण’ और ‘दीपक’ दोनों कहा जा सकता है। इनमें जो समाचार मीडिया है, चाहे वे समाचार पत्र हों या समाचार चैनल, उन्हें मूल रूप से समाज का दर्पण ही माना जाता है। इस दर्पण का काम है समतल दर्पण की तरह होना चाहिए ताकि वो समाज की हू-ब-हू तस्वीर समाज के सामने पेश कर सकें।

 

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